नवा रायपुर : रायुपर में चल रहे कांग्रेस अधिवेशन के दूसरे दिन शनिवार को अपने अध्यक्षीय भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दिल्ली में बैठी केंद्र सरकार को गरीब विरोधी बताते हुए हमला बोला। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के इतिहास में सबसे लंबे समय तक कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने वाली सोनिया गांधी के प्रति आभार प्रकट किया गया। विशालकाल पंडाल में बैठा हरेक कांग्रेसी सोनिया गांधी को लेकर अभिभूत व भावुक नजर आया। खरगे के भाषण के बाद कांग्रेस महासचिव कुमारी शैलजा ने सोनिया गांधी के प्रति आभार जताया, वहीं कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी पर आधारित एक वीडियो भी दिखाया गया, जिसमें बतौर अध्यक्ष उनके कार्यकाल को दिखाया गया था।

बीजेपी को हराने के लिए समान विचाराधारा वाले दलों के साथ तालमेल – खरगे
अधिवेशन के औपचारिक शुरुआत के दौरान अपने अध्यक्षीय संबोधन में मल्लिकार्जुन खरगे ने जहां एक ओर बीजेपी को हराने के लिए समान विचार वाले दलों के साथ तालमेल का संकेत दिया तो वहीं दूसरी ओर उन्होंने बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। इस मौके पर खरगे ने अपनी पृष्ठभूमि का जिक्र कांग्रेस के भीतर लोकतांत्रिक माहौल को रेखांकित करने के लिए किया। उन्होंने कहा कि यह केवल कांग्रेस पार्टी में ही संभव है कि एक मामूली सा ब्लॉक अध्यक्ष आज कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बन गया। लोकतंत्र का सबसे बड़ा सबूत कांग्रेस पार्टी है। वहीं खरगे ने पीएम नरेंद्र मोदी नीत बीजेपी सरकार को गरीब विरोधी करार देते हुए कहा कि दिल्ली की सत्ता में बैठे हुए लोगों को डीएनए ही गरीब विरोधी है।

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देश के लोकतांत्रिक ढांचे को तोड़ने का षड्यंत्र रच रही है। वहीं मौजूदा सरकार आकाश, धरती और पाताल, देश की सभी चीजें बेच रही है। इसके खिलाफ आंदोलन करना होगा। उन्होंने मोदी सरकार पर ‘नफरत का माहौल’, महंगाई, बेरोजगारी और राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति को लेकर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि आज सत्ता में बैठे लोग जनता के अधिकारों पर हमला बोल रहे हैं, आज सबको ‘सेवा, संघर्ष और बलिदान, सबसे पहले हिंदुस्तान’ का संकल्प लेना होगा। इस दौरान उन्होंने इशारा किया कि कैसे कांग्रेस के महाधिवेशन को नाकाम बनाने के लिए छत्तीसगढ़ में जगह-जगह एजेंसियों के छापे पड़वाए गए।

अपने संबोधन में खरगे ने राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा को डर व नफरत के खिलाफ संघर्ष की एक मशाल करार देते हुए कहा कि देशभर में चारों ओर फैले इस नफरत के माहौल के बीच राहुल गांधी ने पदयात्रा निकालकर संघर्ष की एक नई मशाल भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से देश में जलाई। जिसकी रोशनी कन्याकुमारी से कश्मीर तक फैल गई। उनका कहना था कि राहुल गांधी धूप, बारिश, धूल और बर्फ की परवाह किए बिना पैदल चलते रहे। उन्होंने असंभव को संभव कर दिखाया। अपने संबोधन में खरगे ने जहां एक ओर चीन को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर की नीतियों को लेकर आड़े हाथों लिया तो वहीं दूसरी ओर उन्होंने संसद में तमाम महत्वपूर्ण मुद्दों पर न बोलने देने की पीड़ा का जिक्र करते हुए कहा कि जो हम संसद में नहीं बोल पाते, उसे अब बाहर बोलेंगे। इस दौरान उन्होंने देश के सामने मोदी के बरक्स एक मजबूत विकल्प देने का इरादा साफ करते हुए कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पराजित करने के लिए एक ठोस विकल्प देने के मकसद से समान विचार वाले दलों के साथ तालमेल करना चाहती है। उनका कहना था कि 2024 का चुनाव हम मुद्दों के आधार

पर लड़ेंगे।

नफरत की आग फैलाई जा रही – सोनिया
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में जहां खरगे को पार्टी की कमान संभालने पर शुभकामनाएं देते कहा कि उन्हें राजनीति कानलंबा अनुभव है और ऐसे मुश्किल समय में कांग्रेस को उनकी अध्यक्षता कीनजरूरत है। खरगे की अध्यक्षता में हम इस मुश्किल समय को भी पार कर पाएंगे। अपने संबोधन में उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है और विपक्ष की आवाज दबाने के साथ नफरत की आग भड़काई जा रही है। वहीं बीजेपी दपर निशाना साधते हुए कहा कि वह नफरत की आग भड़का रही है और अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों और महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है।

वहीं उन्होंने बतौर अध्यक्ष अपनी पारी का जिक्र करते हुए कहा कि साल 1998 में कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने के बाद से अब तक 25 सालों में पार्टी ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं और निराशा भी हाथ लगी। उनका कहना था कि 2004 और 2009 में हमारी जीत के साथ-साथ डॉ मनमोहन सिंह के सक्षम नेतृत्व ने मुझे व्यक्तिगत संतुष्टि दी, लेकिन मुझे सबसे ज्यादा खुशी है कि अध्यक्ष के तौर पर उनकी पारी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के साथ पूरी हुई। यात्रा एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में आई है। सोनिया गांधी का कहना था कि इस यात्रा ने कांग्रेस और लोगों के बीच संवाद की विरासत को समृद्ध किया है। साथ ही, उन्होंने यात्रा के लिए राहुल गांधी को धन्यवाद दिया।

माहौल
देश की सबसे पुरानी पार्टी होने के नाते कांग्रेस के 85वें अधिवेशन के दौरान रायपुर में पार्टी ने अपनी समृद्ध परंपरा को सामने रखने की कोशिश की। अधिवेशन के मंच मौजूदा नेताओं के साथ-साथ नेहरू, गांधी की तस्वीरों के साथ दो विशालकाय होर्डिंग्स में कांग्रेस के कई पुराने नेताओं को जगह दी गई। एक होर्डिंग में नेताजी, सरोजिनी नायडू्, मौलाना आजाद, बाबा साहेब अंबेडकर और सरकार पटेल को रखा गया था तो वहीं दूसरे होर्डिंग में पूर्व प्रधानमंत्रियों को जगह दी गई थी। जिनमें लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी से राजीव गांधी, पी वी नरसिम्हाराव व मनमोहन सिंह के चित्र थे।

उल्लखनीय है कि बीजेपी कांग्रेस पर लगातर नेताजी, सरदार पटेल, अंबेडकर, नरसिम्हाराव की अनदेखी का आरोप लगाती रही है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रायपुर पहुंचीं। जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। रायपुर कांग्रेस की ओर से उनके स्वागत में दो किमी की सड़क को गुलाब के फूल की पखुंडियों से सजाया गया। बताया जाता है कि इसमें छह हजार किलो गुलाब के फूलों का इस्तेमाल हुआ। वहीं छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू भी प्रियंका गांधी की तारीफ करते नजर आए।

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