Civil Lines Assembly Elections 2023 : जयपुर की सिविल लाइंस विधानसभा सीट प्रदेश की सबसे हॉट सीटों में से एक है। यहां के वर्तमान विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को कांग्रेस पार्टी ने फिर से उम्मीदवार बनाया है। वहीं बीजेपी की तरफ से पत्रकार गोपाल शर्मा को मैदान में उतारा है।
Civil Lines Assembly Elections 2023
15 साल के आंकड़ों ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन
सिविल लाइंस सीट पर पिछले 15 साल से कांग्रेस का कब्जा है। 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। हालांकि, 2018 के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार अरुण चतुर्वेदी ने कांग्रेस के प्रताप सिंह खाचरियावास को कड़ी टक्कर दी थी। खाचरियावास ने चतुर्वेदी को महज 11,129 वोटों के अंतर से हराया था।
भाजपा का बढ़ता दबदबा
पिछले कुछ सालों में भाजपा का जयपुर शहर में दबदबा बढ़ रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जयपुर के सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। इस चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस को करारी शिकस्त दी थी।
गोपाल शर्मा का दमदार प्रचार
भाजपा प्रत्याशी गोपाल शर्मा ने चुनाव प्रचार में दमदार प्रस्तुति दी है। उन्होंने जयपुर शहर के विभिन्न इलाकों में जनसभाएं की हैं और कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला है।
कौन है मजबूत प्रत्याशी?
सिविल लाइंस सीट पर मुकाबला काफी कड़ा होने की संभावना है। प्रताप सिंह खाचरियावास एक अनुभवी नेता हैं और उनके पास सरकार का अनुभव भी है। वहीं, गोपाल शर्मा एक युवा और ऊर्जावान नेता हैं। उनका प्रचार भी काफी प्रभावशाली रहा है।
मतदान प्रतिशत भी अहम कारक
सिविल लाइंस सीट पर मतदान प्रतिशत भी अहम कारक होगा। 2018 के चुनाव में मतदान प्रतिशत 69.41% रहा था। अगर इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ता है तो भाजपा के लिए जीत की संभावना बढ़ जाएगी।
सिविल लाइंस सीट पर मुकाबला काफी कड़ा होने की संभावना है। वर्तमान परिस्थितियों के आधार पर कह सकते हैं कि भाजपा के गोपाल शर्मा के पास जीत की संभावना थोड़ी अधिक है। हालांकि, अंतिम फैसला मतदाता करेंगे।